Monday, August 11, 2008

तेरे दर पे सनम, चले आये

जब इतने सारे ब्लागर मैदान में हैं तो हम ही क्यों पीछे रहें, सो आगये हैं.
तेरे दर पे सनम, चले आये
तू न आया तो हम, चले आये.

2 comments:

Batangad said...

आइए स्वागत है। लेकिन, टिप्पणियों के लिए वर्ड वेरीफिकेशन हटा दीजिए।

Pawan Kumar said...

swagat hai. Lekin kuch likhta bhi rahiye taki vicharon ka aadan pradaan bhi ho sake.